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Showing posts from March, 2018

दोहा श्रीगुरु चरन सरोज रज निज मनु मुकुर सुधारि. बरनउँ रघबर बिमल जसु जो दायकु फ़ल चारि. बुद्धिहीन…

दोहा श्रीगुरु चरन सरोज रज निज मनु मुकुर सुधारि. बरनउँ रघबर बिमल जसु जो दायकु फ़ल चारि. बुद्धिहीन तनु जानिके, सुमिरौं पवन-कुमार. बल बुधि बिद्या देहु मोहिं, हरहु कलेस विकार. चौपाई जय हनुमान ज्ञान गुन सागर, जय कपीस तिहुँ लोक उजागर. राम दूत अतुलित बल धामा, अंजनी-पुत्र पवन सुत नामा. महाबीर बिक्रम बजरंगी, कुमति निवार सुमति के संगी. कंचन बरन बिराज सुबेसा, कानन कुंडक कुंचित केसा. हाथ बज्र औ ध्वजा बिराजै, काँधे मूँज जनेऊ साजै. संकर सुमन केसरीनंदन, तेज प्रताप महा जग बंदन. बिद्यावान गुनी अति चातुर, राम काज करिबे को आतुर. प्रभु चरित्र सुनिबे को रसिया, राम लखन सीता मन बसिया. सूक्ष्म रुप धरि सियहिं दिखावा, बिकट रुप धरि लंक जरावा. भीम रुप धरि असुर सँहारे, रामचन्द्र के काज सँवारे. लाय सजीवन लखन जियाये, श्री रघुबीर हराषि उर लाये. रघुपति कीन्ही बहुत बड़ाई, तुम मम प्रिय भरतहि सम भाई. सहस बदन तुम्हरो जस गावैं, अस कहि श्रीपति कंठ लगावैं. सनकादिक ब्रह्मादि मुनीसा, नारद सारद सहित अहीसा. जम कुबेर दिगपाल जहाँ ते, कबि कोबिद कहि सके कहाँ ते. तुम उपकार सुग्रीवहिं कीन्हा, राम मिलाय राज पद दीन्

सफलता की कहानियाँ(Google)

सफलता की कहानियाँ : गूगल दुनिया की सबसे बड़े सर्च गूगल ने 2005 में आधिकारिक तौर पर अपना जन्मदिन 27 सितंबर को मनाने की घोषणा की थी। इसके पहले गूगल ने अपने बर्थडे की तारीख कई बार बदली है। 4 सितंबर, 1998 को बनी इस कंपनी ने सितंबर महीने के कई दिनों को अपने बर्थडे के तौर पर चुना था। 4, फिर 7, और 15, व 26 सितंबर के बाद आखिरकार 2005 में गूगल ने 27 सितंबर को अपना जन्मदिन तय कर लिया। 2005 के बाद से हर 27 सितंबर को गूगल अपने होम पेज पर आकर्षक डूडल बनाता आया है। ‘ब्रांड गूगल’ की चमत्कारिक सफलता की कहानी कैलिफोर्निया की स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी के दो छात्रों के बीच दोस्ती के साथ शुरू हुई। शुरुआत में इन दोस्तों ने गूगल कंपनी एक कार गैराज से शुरू की थी, जो आज बहुत ही अधिक लोकप्रिय बन चुकी है। इंटरनेट सर्च मशीन से शुरू कर गूगल अब ई-मेल, फोटो और वीडियो, भूसर्वेक्षण नक्शों और मोबाइल फोन जैसी सेवाएं देने वाली ऑलराउंडर कंपनी बन गई है। सभी सेवाएं मुफ्त हैं। कमाई होती है व्यावसायिक कंपनियों से मिलने वाले विज्ञापनों से। गूगल की शुरुआत गैराज में बनाए गए ऑफिस से हुई थी। आज गूगल के हेडक्वार्टर ‘गूगलप्लेक्स’ सम

Did you know today is World Idli Day? Twitterati are going…

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Did you know today is World Idli Day? Twitterati are going crazy celebrating the day and the pictures will make you want to order a plate of idlis right away! What better than starting World Idli Day with a plateful of idlis – the soft and fluffy round steamed savoury cake – served usually with a bowl of piping hot sambar and tangy coconut chutney. WHY MARCH 30 IS CELEBRATED AS WORLD IDLI DAY According to Google reports, Chennai man Iniyavan, regarded as ‘Idli King’ and the president of Tamil Nadu Catering Employees Union, Rajamani Iyer, apparently came up with the concept of a special day for idlis. March 30 has officially been chosen as World Idli Day. ORIGIN OF IDLIS The origin of idlis, however, is a topic of debate. “Both Tamil Nadu and Karnataka claim to have invented this recipe. There are references to the making and existence of idli from the 8th century,” Sujan Mukherjee, the executive chef at Chennai’s Taj Coromandel Hotel, had told PTI in an interview. “But many of

Good Friday, also known as Holy Friday, Great Friday or Black...

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Good Friday, also known as Holy Friday, Great Friday or Black Friday is one of the major holidays primarily observed by Christians. The date of Good Friday changes every year as it  as based on the Lunar Calendar. Good Friday is the Friday during Holy Week and falls before Easter Day. This is basically a time of fasting and penance, commemorating the anniversary of Jesus Christ’s death on the Cross. On Good Friday, In the Roman Catholic Churches the Three Hours Service starts from 3 PM as it is believed that Jesus was died at this time. The Three Hours Service involves a series of hymns, prayers, and sermons focused on Jesus’ seven last words on the cross. The Orthodox Churches start the day with Morning Prayer. The “Twelve Gospels” is chanted in the prayer, which consists of twelve passages drawn from the passion narratives. Churches are not decorated on Good Friday. It is a tradition to eat warm ‘Hot cross buns’ on this day. शुभ शुक्रवार, जिसे पवित्र शुक्रवार, ग्रेट शुक्रवार या

मंगल पांडे भारत के प्रथम स्वतंत्रता संग्राम के...

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rahuljhanoida : मंगल पांडे भारत के प्रथम स्वतंत्रता संग्राम के अग्रदूत थे. उनके द्वारा भड़काई गई क्रांति की ज्वाला से अंग्रेज़ शासन बुरी तरह हिल गया. हालाँकि अंग्रेजों ने इस क्रांति को दबा दिया पर मंगल पांडे की शहादत ने देश में जो क्रांति के बीज बोए उसने अंग्रेजी हुकुमत को 100 साल के अन्दर ही भारत से उखाड़ फेका.  मंगल पांडे ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी के अंतर्गत 34वीं बंगाल नेटिव इन्फेंट्री में एक सिपाही थे. सन 1857 की क्रांति के दौरान मंगल पाण्डेय ने एक ऐसे विद्रोह को जन्म दिया जो जंगल में आग की तरह सम्पूर्ण उत्तर भारत और देश के दूसरे भागों में भी फ़ैल गया. अंग्रेजी हुकुमत ने उन्हें गद्दार और विद्रोही की संज्ञा दी पर मंगल पांडे प्रत्येक भारतीय के लिए एक महानायक हैं. भारतीय सैनिकों के साथ होने वाले भेदभाव से पहले से ही भारतीय सैनिकों में असंतोष था और नई कारतूसों से सम्बंधित अफवाह ने आग में घी का कार्य किया.  9 फरवरी 1857 को जब ‘नया कारतूस’ देशी पैदल सेना को बांटा गया तब मंगल पाण्डेय ने उसे लेने से इनकार कर दिया. इसके परिणाम स्वरूप उनके हथियार छीन लिये जाने व वर्दी उतार लेने का हुक्म ह

सफलता की कहानियाँ (Sandeep Maheshwari)

सफलता की कहानियाँ : संदीप माहेश्वरी संदीप माहेश्वरी युवाओं के लिए प्रेरक और आज का सबसे प्रासंगिक नाम है। भारत के शीर्ष उद्यमियों में तेजी से उभरने वाले नामों में एक नाम संदीप महेश्वरी का भी है। संदीप महेश्वरी ने ये सफलता काफी कम समय में हासिल की है। संदीप इमेजबाजार.कॉम के संस्थापक और चीफ एक्सक्यूटिव ऑफिसर हैं। इमेज बाजार भारतीय वस्तुओं और व्यक्तियों का चित्र सहेजने वाली सबसे बड़ी ऑनलाईन साइट है। इसके पोर्टल में एक लाख से भी अधिक नये मॉडलों की तस्वीरें संरक्षित है। इतना ही नहीं कई हजार कैमरामैन इस वेबपेज के साथ काम करते हैं। तीव्र बुद्धि के स्वामी संदीप को इस कार्य के लिए न सिर्फ काफी मेहनत नहीं करनी पड़ी, बल्कि उन्होंने अपने दिमाग का सही उपयोग कर इसे हासिल किया। संदीप सिर्फ भारत में ही नहीं बल्कि देश विदेश में काफी नाम कमा चुके हैं। संदीप युवाओं को आगे लाने के लिए, उनके भविष्य को लेकर उन्हें निराशा से बाहर निकालने के लिए कई जगह सेमिनार भी आयोजित कराते हैं। उनका ‘फ्री मोटिवेशनल लाइफ चेजिंग सेमिनार्स’ काफी प्रसिद्ध है। 34 वर्षीय संदीप अपने जीवन में कई संकटों का सामना करते हुए इस मुका

#Just4fun

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via Tumblr https://iamrahuljhablog.tumblr.com/post/172335132601/rahuljhanoida-एक-द-न-रजन-क-त-ह-टल-गएरजन-क-त

सफलता की कहानियाँ (कुणाल बहल) snapdeal

सफलता की कहानियाँ : iamrahuljhablog : कुणाल बहल ई-कॉमर्स के क्षेत्र में खास पहचान हासिल कर चुकी स्नैपडील वेबसाइट से आप कई मर्तबा खरीदारी कर चुके होंगे, लेकिन क्या आप स्नैपडील के संस्थापक के बारे में जानते हैं? मन में कुछ कर गुजरने का जज्बा हो तो हर मुश्किल आसान हो जाती है। ई-कॉमर्स के क्षेत्र में खास पहचान हासिल कर चुके स्नैपडील के संस्थापक और सीईओ कुणाल बहल पर यह बात बिल्कुल फिट बैठती है। कभी एक निजी कंपनी में 6550 रुपए मासिक तनख्वाह की नौकरी करने वाले कुणाल आज देशभर में दो हजार से ज्यादा कर्मचारियों की रोजी-रोटी का जरिया हैं। दून स्कूल के स्थापना दिवस समारोह में बतौर मुख्य अतिथि पहुंचे कुणाल ने छात्रों के साथ अपने जीवन के ऐसे ही उतार-चढ़ावों के अनुभव साझा किए। शनिवार को दून स्कूल के रोज बाउल ऑडिटोरियम में आयोजित समारोह में कुणाल ने बताया कि उनके बड़े भाई आईआईटी के छात्र थे। माता-पिता हमेशा चाहते थे कि वह भी आईआईटी में जाएं। ढाई साल तैयारी भी की, लेकिन मन नहीं माना। कुणाल ने आईआईटी जाने का लक्ष्य छोड़ दिया। कॅरियर की शुरुआत एक मैन्यूफैक्चरिंग कंपनी में 6550 रुपए तनख्वाह से की। वी

सफलता की कहानियाँ ( ब्रायन Acton) Whatapp

सफलता की कहानियाँ : ब्रायन ऐक्टन ब्रायन ऐक्टन (Brian Acton) ये नाम तो आप सभी ने सुना ही होगा। अगर नहीं भी सुना तो कोई बात नहीं आज तो सुन ही लिया, और मैं उम्मीद करती हूँ, कि आज इस आर्टिकल को पढ़कर शायद ही इनका नाम दोबारा हमें आपको या किसी और को याद दिलाना पड़े। आज सभी के पास Android फोन हैं, और WhatsApp अप जो कि एक ऐसी अप्लीकेशन है, जो आज के समय में शायद ही किसी शख्स के फ़ोन में ना हो। कुछ लोगो को Android फ़ोन की जरुरत नहीं होती, लेकिन वह फिर भी केवल WhatsApp चलाने के लिए Android फ़ोन खरीदते हैं। हम दिनभर WhatsApp पर लोगो से बात करते हैं। दोस्तों के साथ अपने फोटो, गाने शेयर करते हैं, पर हम WhatsApp का इतिहास नहीं जानते। ब्रायन ऐक्टन (Brian Acton) जो कि आज सभी के Android फोन में यूज़ होने वाली WhatsApp अप अप्लीकेशन के co-founder हैं, आज से लगभग 6 साल पहले 2009 में फेसबुक पे जॉब के लिए गए थे। उनका सपना था कि वो फेसबुक में जॉब करे, परन्तु फेसबुक ने उन्हें जॉब पर नहीं रखा, और रिजेक्ट कर दिए। ब्रायन ऐक्टन (Brian Acton) इससे बहुत दुखी हुए, परन्तु उन्होंने हार नहीं मानी और जॉब के लिए ट्विटर पर अप

#just4fun संता घर पहुंचा तो नौकर ने बताया – “थोड़ी देर...

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rahuljhanoida : संता घर पहुंचा तो नौकर ने बताया – “थोड़ी देर पहले आपके जिगरी दोस्त का फोन आया था.”संता – “तूने कैसे जाना वो मेरा जिगरी दोस्त है ?”नौकर – “उन्होंने कहा था कि वो ‘कमीना’ आ जाए तो उसे कहना मुझे फोन करे…..” संता घर पहुंचा तो नौकर ने बताया – “थोड़ी देर पहले आपके जिगरी दोस्त का फोन आया था.”संता – “तूने कैसे जाना वो मेरा जिगरी दोस्त है ?”नौकर – “उन्होंने कहा था कि वो ‘कमीना’ आ जाए तो उसे कहना मुझे फोन करे…..” #just4fun #iamrahuljha #rahul #rahuljha #rahuljhanoida via Tumblr https://ift.tt/2Gfc1ji

जीवन में असफल हुए कई लोग वे होते हैं जिन्हें इस...

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rahuljhanoida : जीवन में असफल हुए कई लोग वे होते हैं जिन्हें इस बात का आभास नहीं होता कि जब उन्होंने हार मान ली तो वे सफलता के कितने करीब थे . #iamrahul #iamrahuljha #rahul #rahuljha #rahuljhanoida #Inspiration Follow my writings on https://www.yourquote.in/iamrahuljha #yourquote via Tumblr https://ift.tt/2IUEQ2a

26th March history 26 March Today Historical Eventsआज इस लेख में हम जानते हैं उन महान लोगो के...

26th March history 26 March Today Historical Events आज इस लेख में हम जानते हैं उन महान लोगो के बारेमें जो 26 मार्च यानि आज के दिन इस दुनिया से चल बसे थे और उनके बारेमें भी जिनका आज के दिन जन्म दिन भी हैं। और साथ ही 26 मार्च की कुछ महत्वपूर्ण घटनाएँ जो सदिसे इतिहास में दर्ज हैं। 26 मार्च का इतिहास – 26 March Today Historical Events  26 मार्च की महत्त्वपूर्ण घटनाएँ – Important events of March 26 गुरू अमरदास 1552 में सिखों के तीसरे गुरू बने। इंग्लैंड ने 1668 में बंबई पर अधिकार कर लिया। ब्रिटेन के अखबार ब्रिट गैजेट और संडे मॉनीटर 1780 में पहली बार रविवार के दिन प्रकाशित हुए। जापां फिलिस्तीन पर  नेपोलियन बोनापार्ट  ने 1799 में कब्जा किया। वेनेजुएला के काराकास में 1812 में हुए जबरदस्त भूकंप में तक़रीबन, 20 हजार की जान गयी। गाजा में तुर्कों और ब्रिटिश सेना के बीच 1917 में हुये युद्ध में ब्रिटेन विजयी हुआ। ब्रिटेन में 1934 में चालक परीक्षण शुरू हुआ। एल्सी एस ओट्ट को 1943 में अमेरिकी वायुसेना पदक मिला अौर वह यह पदक पाने वाली पहली महिला बनीं। डॉ जोनास साल्क ने 1953 में

About Bihar - बिहार का इतिहास

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बिहार का इतिहास बिहार का इतिहास को पूरा नहीं पढ़ा तो आपका भारत का इतिहास अधूरा रह जाएगा ! बौध धर्म के बहुत से लोग यहाँ विहार करने के लिए आते थे इसलिए इस राज्य का नाम बिहार पड़ा था ! आर्यभट्ट Source of image  अर्धांगिनी माता सीता, लव-कुश, भगवान् बुध, गुरु गोविद सिंह, भगवान महावीर, आचार्य चाणक्य, आर्यभट, अशोक और प्रथम राष्टपति डॉक्टर राजेंद्र प्रशाद का जन्मभूमि बिहार है ! भारत के राष्ट्रीय चिह्न अशोक लाट एवं राष्ट्रीय ध्वज में चक्र अशोक के सिंह स्तंभ पर बने चक्र का है ! दुनिया का सबसे पहला गणराज्य का उदय बिहार के वैशाली जिले में हुआ था! अशोक स्तंभ Source of image  बिहार का प्राचीन इतिहास  बिहार का प्राचीन इतिहास कई धर्मों से जुड़ा है ! बिहार का सीतामढ़ी जिला अर्धांगिनी माता सीता का जन्म रहा है ! बौद्ध धर्म बिहार के गया जिला से जुड़ा है ! जैन धर्म के संस्थापक भगवान महावीर का जन्म बिहार का मौजूदा राजधानी पटना (पाटलिपुत्र) में हुआ था ! सिख धर्म के आखरी गुरु गुरु गोविंद सिंह का जन्म बिहार के पटना साहिब हुआ था ! अगर शासन की बात करें तो अंग, मगध और वज्जीसंघ का शासन प्राचीन में रह

Important of Water जल का महत्व

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जहाँ पानी होता है, वहां जीवन होता है। पानी के बिना जीवन संभव नहीं है। हमारी पृथ्वी ही एक ऐसा ग्रह है जिस पर जीवन संभव है, क्योंकि यहाँ पानी और जीवन को संभव बनाने वाली अन्य सभी जरुरी चीजें उपलब्ध हैं। अन्य ग्रह जैसे की मंगल, बुध या शुक्र पर जीवन सम्भव नहीं है। वे किसी बंजर रेगिस्तान के सामान हैं क्योंकि वहाँ पानी नहीं पाया जाता है। पानी जीवन के लिए जरुरी है और साथ ही यह वातावरण को भी स्वच्छ बनाता है। बहुत से लोग बढ़ व भरी वर्षा में डूबकर मर जाते हैं परन्तु पानी का जीवन में विशेष महत्त्व है। पानी एक ऐसा जीवनदायी तरल है जिसके स्पर्श से बीमार से बीमार व्यक्ति भी उठ खड़ा हो जाता है और उसे नया जीवन मिल जाता है। पानी के बिना किसी भी प्रकार के जीवन की कल्पना ही नहीं की जा सकती है। यह प्रकृति द्वारा दिया गया एक ऐसा उपहार है जिसका हमें सम्मान करना चाहिए। पीने, नहाने-धोने, सफाई करने व बर्फ जमाने में हमें पानी की आवश्यकता पड़ती है। पानी का इस्तेमाल आग बुझाने, मनोरंजन जैसे होली में रंग खेलने आदि में भी होता है। तैरने, नाव चलाने व मछलियां पकड़ने आदि में भी पानी का प्रयोग होता है क्योंकि अगर पानी नहीं ह

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होली होली  (Holi)  वसंत  ऋतु में मनाया जाने वाला एक महत्वपूर्ण  भारतीय  और  नेपाली  लोगों का त्यौहार है। यह  पर्व हिंदू   पंचांग  के अनुसार  फाल्गुन   मास  की  पूर्णिमा  को मनाया जाता है। रंगों का त्यौहार कहा जाने वाला यह पर्व पारंपरिक रूप से दो दिन मनाया जाता है। यह प्रमुखता से  भारत  तथा  नेपाल  में मनाया जाता है। यह त्यौहार कई अन्य देशों जिनमें अल्पसंख्यक  हिन्दू  लोग रहते हैं वहाँ भी धूम-धाम के साथ मनाया जाता है। [1]  पहले  दिन  को होलिका जलायी जाती है, जिसे  होलिका दहन  भी कहते हैं। दूसरे दिन, जिसे प्रमुखतः धुलेंडी व धुरड्डी, धुरखेल या  धूलिवंदन  इसके अन्य नाम हैं, लोग एक दूसरे पर  रंग ,  अबीर - गुलाल  इत्यादि फेंकते हैं, ढोल बजा कर होली के गीत गाये जाते हैं और घर-घर जा कर लोगों को रंग लगाया जाता है। ऐसा माना जाता है कि होली के दिन लोग पुरानी कटुता को भूल कर गले मिलते हैं और फिर से दोस्त बन जाते हैं। एक दूसरे को रंगने और गाने-बजाने का दौर दोपहर तक चलता है। इसके बाद स्नान कर के विश्राम करने के बाद नए कपड़े पहन कर शाम को लोग एक दूसरे के घर मिलने जाते हैं, गले मिलते हैं और  मिठाइय